साधारण लोग: I want to go to toilet.
गुलज़ार साहब-
मचलती हैं पेट में कुछ लहरें ऐसी, लगता हैं इन्हें किसी किनारे की तलाश है..!!!
मोहब्बत की दुनिया का एक ही उसूल है, मुड़ के देखोगे तो आँख भर ही जायेगी !!
Yeh woh aag hai, jo na bujh sake Aisi barish, jo na tham sake Ishqe junoon ruke nahi.
मै गजल मीर की हूँ और लहजा ग़ालिब
का,
तू पढ़ महफ़िल मे अपनी,अफ़साना मेरी
बरबाद महौब्बत का……
अजीब सबूत माँगा उसने मेरी मोहब्बत का,
कि मुझे भूल जाओ तो मानूँ मोहब्बत है!
आसिफ खान मूलतानी
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