पति सत्संग से होकर आया।
पत्नी से बोला- आज से समागम करना बंद। समागम करते समय कीड़े मरते है।
जब भी पत्नी समागम को कहती पति पुराना डायलॉग दोहरा देता।
पत्नी ने दस दिन तक बर्दाश्त किया।
ग्यारहवें दिन बोली ……..
सुनो जी ,काफी सारे कीड़े इकट्ठे हो गए है।
तुम मारोगे या इन्हें बाहर से मरवा के आऊँ। ????????????????
Leave a Comment
You must be logged in to post a comment.