बचपन में शर्त लगाकर बुलवाए जाने वाले कुछ वाक्य… ??
1. कच्चा पापड़, पक्का पापड़…
सबसे ज़्यादा फेमस और हमारे दिल के सबसे क़रीब. एक बार में 15 बार — बोल के दिखाओ तो जानें.
2. फालसे का फासला…
— चैलेंज है कि 20 बार बिना रुके बोल कर दिखाओ.
3. पीतल के पतीले में पपीता पीला पीला…
— मुस्कुरा का रहे हो, 12 बार इसे बोल कर दिखाओ.
4. पके पेड़ पर पका पपीता पका पेड़ या पका पपीता…
— मेरी जीभ तो लगभग फ्रैक्चर होते-होते बची है.
5. ऊंट ऊंचा, ऊंट की पीठ ऊंची. ऊंची पूंछ ऊंट की…
— क्या हुआ?
6. समझ समझ के समझ को समझो, समझ समझना भी एक समझ है, समझ समझ के जो न समझे, मेरे समझ में वो ना समझ है…
— इसे एक बार ही बोल के दिखाएँ
7. दूबे दुबई में डूब गया…
— अच्छा ठीक है.ज़्यादा ख़ुश मत हों. ये आपकी फूलती सांसों को आराम देने के लिए था.
8. चंदु के चाचा ने चंदु की चाची को, चांदनी चौक में, चांदनी रात में, चांदी के चम्मच से चटपटी चटनी चटाई…
— अब चाहे जो कुछ भी करना, मगर अपने बाल मत नोंचना.
9. जो हंसेगा वो फंसेगा, जो फंसेगा वो हंसेगा…
— आपको ये आसान लग रहा है. जरा इसे 10 बार से ज़्यादा बार बोल कर दिखाइए.
10. खड़क सिंह के खड़कने से खड़कती हैं खिड़कियां, खिड़कियों के खड़कने से खड़कता है खड़क सिंह…
— मेरे तो पूरे बदन में खड़कन हो रही है.
11. मर हम भी गए, मरहम के लिए, मरहम न मिला. हम दम से गए, हमदम के लिए, हमदम न मिला…
— बोलो-बोलो मुंह मत चुराओ.
12. तोला राम ताला तोल के तेल में तल गया, तला हुआ तोला तेल के तले हुए तेल में तला गया…
— ऐसे देख का रहे होे?
13. डाली डाली पे नज़र डाली, किसी ने अच्छी डाली, किसी ने बुरी डाली, जिस डाली पर मैने नज़र डाली वो डाली किसी ने तोड़ डाली…
— बोलो बोलो….